उर्दू मेंशायर शायरी, गम की शायरी, जुदाई की शायरी, प्यार में बेवफाई की शायरी, बेवफा सनम , मोहब्बत की शायरी, दर्द भरी शायरी, गर्लफ्रेंड पर शायरी, तारीफ में शायरी
मंगलवार, 29 सितंबर 2015
जब लगा था "तीर" तब इतना "दर्द" न हुआ ग़ालिब...
जब लगा था "तीर" तब इतना "दर्द" न हुआ ग़ालिब...
"ज़ख्म" का एहसास तब हुआ जब "कमान" देखी
अपनों के हाथ में...
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें