शुक्रवार, 2 सितंबर 2016

नज़्म

मैंने लिखना शुरू किया
की तुम क्या क्या हो

चाँद हो , ...नज़्म हो , ...छाँव हो
आइना हो
पता है

सबसे सुंदर क्या लिखा मैंने ?

"तुम"- बस तुम मेरी  हो

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