शुक्रवार, 1 जुलाई 2016

जीवन में एक सितारा था

जीवन में एक सितारा था
माना वह बेहद प्यारा था
वह डूब गया तो डूब गया
अम्बर के आनन को देखो
कितने इसके तारे टूटे
कितने इसके प्यारे छूटे
जो छूट गए फिर कहाँ मिले
पर बोलो टूटे तारों पर
कब अम्बर शोक मनाता है
जो बीत गई सो बात गई

जीवन में वह था एक कुसुम
थे उसपर नित्य निछावर तुम
वह सूख गया तो सूख गया
मधुवन की छाती को देखो
सूखी कितनी इसकी कलियाँ
मुर्झाई कितनी वल्लरियाँ
जो मुर्झाई फिर कहाँ खिली
पर बोलो सूखे फूलों पर
कब मधुवन शोर मचाता है
जो बीत गई सो बात गई

धीरे धीरे उम्र कट जाती हैं!


"धीरे धीरे उम्र कट जाती हैं!
"जीवन यादों की पुस्तक बन जाती है!
"कभी किसी की याद बहुत तड़पाती है!
"और कभी यादों के सहारे जिंदगी
कट जाती है!
"किनारो पे सागर के खजाने नहीं आते!
"फिर जीवन में दोस्त पुराने नहीं आते!
"जी लो इन पलों को हंस के दोस्त!
"फिर लौट के दोस्ती के जमाने नहीं
आते!!

शनिवार, 11 जून 2016

नफ़रतो के इस दौर मे

नफ़रतो के इस दौर मे चार लोगो से रिश्ता बना के रखना, सुना है
लाश को कब्र तक दौलत नहीं ले जाती ! ☝

गुरुवार, 9 जून 2016

तोहफे में मत गुलाब लेकर आना

ऐसी गरमी के लिए ही

शायर ने लिखा था ........

तोहफे में मत गुलाब लेकर आना
कबर पे मत चिराग लेकर आना
बहुत प्यास है बरसो से ऐ दोस्त
जब आना तो....
एक किंगफ़िशर
और दो ग्लास लेकर आना....

बुधवार, 8 जून 2016

जिंदादिली

*चलो जिंदगी को जिंदादिली से
जीने के लिये
एक छोटा सा उसूल बनाते है*,

*रोज कुछ अच्छा याद रखते है*

*और कुछ बुरा भूल जाते है*

सोमवार, 6 जून 2016

इंतज़ार

इंतज़ार मत कीजिये सही समय कभी नही आता है
इसे तो हमे खुद अपने बल पर ही बनाना पड़ता है
किसी अच्छे इंसान से हद से ज्यादा बुरा सुलूक मत करो
क्यूंकि सुन्दर काच टूटता है तो धारदार हथियार बन जाता हैं।

रविवार, 5 जून 2016

चलते रहे कदम

"चलते रहे कदम दोस्तों
               किनारा जरुर मिलेगा ।
अन्धकार से लड़ते रहे
               सवेरा जरुर खिलेगा ।
जब ठान लिया मंजिल पर जाना
               रास्ता जरुर मिलेगा ।
ए राही न थक, चल..
          एक दिन वक्त का पहिया  जरुर फिरेगा।"