सोमवार, 8 अगस्त 2016

अगर बिकी तेरी दोस्ती

अगर बिकी तेरी *दोस्ती
तो पहले *ख़रीददार* हम होंगे ...

तुझे ख़बर न होगी तेरी *क़ीमत
पर तुझे पाकर सबसे *अमीर* हम होंगे

दोस्त साथ हो तो रोने में भी *शान है
दोस्त ना हो तो *महफिल भी *श्मशान है

सारा खेल दोस्ती का है ऐ मेरे *दोस्त
वरना *जनाजा और बारात एक ही समान है

सारे दोस्तो को समर्पित

कुछ दोस्त बहुत याद आते हैं.

मै यादों का किस्सा खोलूँ तो,
कुछ दोस्त बहुत याद आते हैं.

मै गुजरे पल को सोचूँ तो,
कुछ दोस्त बहुत याद आते हैं.

अब जाने कौन सी नगरी में,
आबाद हैं जाकर मुद्दत से.
मै देर रात तक जागूँ तो,
कुछ दोस्त बहुत याद आते हैं.

कुछ बातें थीं फूलों जैसी,
कुछ लहजे खुशबू जैसे थे,
मै शहर-ए-चमन में टहलूँ तो,
कुछ दोस्त बहुत याद आते हैं.

सबकी जिंदगी बदल गयी
एक नए सिरे में ढल गयी

किसी को नौकरी से फुरसत नही
किसी को दोस्तों की जरुरत नही
कोई पढने में डूबा है, कोई पढाने मे

सारे यार गुम हो गये हैं
"तू" से "तुम" और "आप" हो गये है

मै गुजरे पल को सोचूँ तो,
कुछ दोस्त बहुत याद आते हैं.

धीरे धीरे उम्र कट जाती है,
जीवन यादों की पुस्तक बन जाती है,
कभी किसी की याद बहुत तड़पाती है
और कभी यादों के सहारे ज़िन्दगी कट जाती है ...

- किनारो पे सागर के खजाने नहीं आते,
फिर जीवन में दोस्त पुराने नहीं आते ...
- जी लो इन पलों को हस के दोस्त,
फिर लौट के दोस्ती के जमाने नहीं आते ...

आपका स्नेहाकांक्षी
सरदार सिंह सांदू

शनिवार, 6 अगस्त 2016

इश्क

नींद आने की दवाईयां हजार है...

ना आने के लिए ,
इश्क काफी है....

हाथ

"छोटे आदमी" का "हाथ" पकड़कर रखिये.. हुजूर...

"बडे आदमी" का "पांव" पकड़ने की जरूरत नही पडेगी...

उसूल

भले ही उसूल हमेशा खुद से ऊपर रखना ..

पर रिश्तो में जरा झुकने का जिगर रखना.....

शुक्रवार, 1 जुलाई 2016

जीवन में एक सितारा था

जीवन में एक सितारा था
माना वह बेहद प्यारा था
वह डूब गया तो डूब गया
अम्बर के आनन को देखो
कितने इसके तारे टूटे
कितने इसके प्यारे छूटे
जो छूट गए फिर कहाँ मिले
पर बोलो टूटे तारों पर
कब अम्बर शोक मनाता है
जो बीत गई सो बात गई

जीवन में वह था एक कुसुम
थे उसपर नित्य निछावर तुम
वह सूख गया तो सूख गया
मधुवन की छाती को देखो
सूखी कितनी इसकी कलियाँ
मुर्झाई कितनी वल्लरियाँ
जो मुर्झाई फिर कहाँ खिली
पर बोलो सूखे फूलों पर
कब मधुवन शोर मचाता है
जो बीत गई सो बात गई

धीरे धीरे उम्र कट जाती हैं!


"धीरे धीरे उम्र कट जाती हैं!
"जीवन यादों की पुस्तक बन जाती है!
"कभी किसी की याद बहुत तड़पाती है!
"और कभी यादों के सहारे जिंदगी
कट जाती है!
"किनारो पे सागर के खजाने नहीं आते!
"फिर जीवन में दोस्त पुराने नहीं आते!
"जी लो इन पलों को हंस के दोस्त!
"फिर लौट के दोस्ती के जमाने नहीं
आते!!