तेरी नेकी का लिबास ही
तेरा बदन ढकेगा ऐ बंदे...
सुना है ऊपर वाले के घर..
कपडो की दुकान नहीं होती..
उर्दू मेंशायर शायरी, गम की शायरी, जुदाई की शायरी, प्यार में बेवफाई की शायरी, बेवफा सनम , मोहब्बत की शायरी, दर्द भरी शायरी, गर्लफ्रेंड पर शायरी, तारीफ में शायरी
तेरी नेकी का लिबास ही
तेरा बदन ढकेगा ऐ बंदे...
सुना है ऊपर वाले के घर..
कपडो की दुकान नहीं होती..
मैं बड़ो कि इज़्जत इसलिए करता हूँ, क्यूंकि उनकी अच्छाइया मुझसे ज़्यादा है...
और छोटो से प्यार इसलिए करता हूँ क्यूंकि उनके गुनाह मुझसे कम
ताल्लुकात बढ़ाने हैं तो
कुछ आदतें बुरी भी सीख ले गालिब
ऐब न हों.
तो लोग महफ़िलों में भी नहीं बुलाते.
हम ना रहें भी तो हमारी यादें वफा करेंगी तुम से,
ये ना समजना की तुम्हें चाहा था बस दो दिन के लिए !!
मैंने लिखना शुरू किया
की तुम क्या क्या हो
चाँद हो , ...नज़्म हो , ...छाँव हो
आइना हो
पता है
सबसे सुंदर क्या लिखा मैंने ?
"तुम"- बस तुम मेरी हो
अमीर का *कौआ* भी हो तो सबको " मोर" लगता है...
गरीब जब *भूखा* होता है तो सबको *चोर*लगता है...
हथेली पर रख कर नसीब हर शख्स
मुकद्दर ढूंढता है...
सीखो उस समुन्दर से जो टकराने लिए पत्थर ढूंढता है....!!
मत सोच कि तेरा
सपना क्यों पूरा नही होता
हिम्मत वालो का इरादा
कभी अधूरा नही होता
जिस इंसान के कर्म
अच्छे होते हैं
उसके जीवन में कभी
अंधेरा नही होता